You don't have javascript enabled. Please Enabled javascript for better performance.

माँ तुझे प्रणाम योजना - बेस्ट एक्सपीरिएंस शेयरिंग

Start Date: 10-10-2017
End Date: 17-12-2017

राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत ‘‘माँ तुझे प्रणाम’’ योजना म.प्र. शासन ...

See details Hide details

राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत ‘‘माँ तुझे प्रणाम’’ योजना म.प्र. शासन की एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका प्राथमिक उद्देश्य युवाओं में राष्ट्र की सीमाओं के प्रति आदर का भाव विकसित करना, भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सैन्य गतिविधियों तथा दिनचर्या से अवगत कराना, साथ ही राष्ट्र के प्रति समर्पण, नेतृत्व विकास पर मार्गदर्शन दिया जाना है। योजना के अंतर्गत ब्लॉक स्तर पर 20 युवाओं (10 युवक एवं 10 युवतियों) का चयन भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं में से किसी एक स्थल की अनुभव यात्रा के लिए किया जाता है। योजना के अंतर्गत वर्ष 2013 से अब तक 7403 युवाओं को भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा की अनुभव यात्रा कराई जा चुकी है। साथ ही वर्ष 2017 में 2,500 युवाओं को यात्रा कराने का लक्ष्य रखा गया है।

मध्यप्रदेश सरकार की ‘‘माँ तुझे प्रणाम’’ योजना से लांभान्वित युवा अपने अनुभव को हमसे साझा कर सकते हैं। आपसे अनुरोध किया जाता है कि ‘‘माँ तुझे प्रणाम’’ योजना से जुड़ी गतिविधियों के दौरान रोचक एवं प्रेरणादायी संस्मरण mp.mygov.in पर सबमिट करें।

विचार व्यक्त करने की शब्द सीमा 150 तय की गई है।

(दी गई जानकारी गलत या अपूर्ण होने पर प्रविष्टियां रद्द कर दी जाएंगी)

1. नाम-
2. पिता/माता का नाम-
3. पता-
4. आय-
5. रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर-

"माँ तुझे प्रणाम” योजना के बारे में और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

चयन कार्यक्रम की जानकारी और आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें

All Comments
Reset
1 Record(s) Found
90750

Anil Kumar Chauhan 6 years 5 months ago

Dear prime minister Sir,We can not make India into a well developed nation by only Tam-Jham and showy politics.If you really want to make India in to a developed nation within 15 years , promote plantation of 1000 kinds of trees and shrubs which provide fruits , vegetables , food grains, edible oils , spices and medicines on the sides of roads, railways, canals and streams and on the edges of agricultural farms. That will bring prosperity in the country saving environment.Please read Hindi pdf