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International Yoga Day 2025 Share Your Yoga Experience

Start Date: 18-06-2025
End Date: 30-08-2025

योग उत्तम स्वास्थ्य का आधार है....साझा करें अपने योग अनुभव ...

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International Day of Yoga 2025

योग उत्तम स्वास्थ्य का आधार है....साझा करें अपने योग अनुभव

प्राचीन भारतीय परम्परा का एक अमूल्य उपहार, योग है जो शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के सबसे भरोसेमंद साधनों में से एक के रूप में उभरा है। “योग” शब्द संस्कृत मूल युज से लिया गया है जिसका अर्थ है “शामिल होना”, “जुड़ना” या “एकजुट होना”, जो मन और शरीर की एकता, विचार और क्रिया, संयम और तृप्ति, मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य और स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है।

योग मनुष्य के मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक उर्जा को बढ़ाता है। योग जीवन में स्थिरता प्रदान करता है साथ ही तनाव को दूर करने, कार्य-उत्पादकता में सुधार लाने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने आदि के लिए बहुत उपयोगी है।

21 जून 2025 को जब पूरी दुनिया योग का उत्सव मना रही है, तब मध्यप्रदेश एक बार फिर तैयार है – इस प्राचीन भारतीय परंपरा को घर-घर तक पहुंचाने के लिए। इस वर्ष की थीम "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" इस विचार को सशक्त करती है कि हमारे व्यक्तिगत स्वास्थ्य का सीधा संबंध पृथ्वी के स्वास्थ्य और सामाजिक समरसता से है।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अथक प्रयासों के कारण संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया। UNGA ने अपने प्रस्ताव में इस बात का समर्थन किया कि "योग जीवन के सभी पहलुओं के बीच संतुलन स्थापित करने के अलावा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है"। "योग के फ़ायदों के बारे में जानकारी का व्यापक प्रसार पूरी दुनिया के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद होगा।”

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम
Yoga for One Earth, One Health (एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग)

इस संदेश को प्रभावशाली रूप देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को स्वास्थ्य, संस्कृति और संकल्प का महाअभियान बनाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए हैं। योग को जनआंदोलन बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों को भी इस आयोजन से जोड़ा गया है।

उद्देश्य:
- भारत की प्राचीन योग परंपरा के वैश्विक प्रसार में योगदान
- वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण में योग के योगदान को समझाना
- योग के माध्यम से एक स्वस्थ भारत की दिशा में जनजागरण
- नागरिकों से योग अनुभव साझा कराने हेतु भागीदारी सुनिश्चित करना

अपना योग अनुभव साझा करें, क्या योग ने आपके जीवन को बेहतर बनाया है? आप अपने अनुभव निम्नलिखित बिंदु के आधार पर साझा कर सकते हैं:-

1.योग से जीवन में आया बदलाव
-क्या योग करने से आपकी सेहत में कोई सुधार हुआ? (जैसे – ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, मोटापा, थायरॉइड आदि)
-क्या योग ने आपकी दिनचर्या या ऊर्जा स्तर को बेहतर किया?

2. योग और मानसिक स्वास्थ्य
-क्या योग से आपको तनाव, चिंता या अवसाद से लड़ने में मदद मिली?
-योग ने आपके सोचने के तरीके या भावनाओं को कैसे संतुलित किया?

3. योग और आत्म-नियंत्रण
-क्या योग करने से आपका स्वभाव शांत, संयमित या अधिक केंद्रित हुआ?
-क्या आपने ध्यान/प्राणायाम से कोई गहरी आत्मिक अनुभूति पाई?

4. विशेष परिस्थितियों में योग का प्रभाव
-क्या आपने बीमारी, सर्जरी, गर्भावस्था, बुज़ुर्ग अवस्था या किसी कठिन परिस्थिति में योग से लाभ पाया?

5. परिवार/समुदाय के साथ योग
-क्या आप अपने परिवार, बच्चों, माता-पिता या बुजुर्गों के साथ योग करते हैं?
-क्या आपने योग को बढ़ावा देने के लिए कोई पहल की?

6. योग से पर्यावरण या सामाजिक जुड़ाव
-क्या आपने कभी सामूहिक योग, पार्क में योग या योग शिविर में भाग लिया?
-क्या योग ने आपको प्रकृति से जुड़ने या सेवा भाव में प्रेरित किया?

7. आपकी प्रेरणादायक योग कहानी
-आपने योग करना कैसे शुरू किया? किसने प्रेरित किया?
-कोई खास घटना या क्षण जब योग ने आपकी ज़िंदगी बदल दी हो?

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग से जुड़े अपने इन प्रेरणादायक अनुभवों को अपने नाम, गाँव/शहर, जिले के नाम के साथ नीचे कमेन्ट बॉक्स में साझा करें, जुड़िये MP MyGov के इस विशेष अभियान के माध्यम से, ताकि आपकी कहानी किसी और के जीवन में परिवर्तन ला सके।
योग करें, निरोग रहें...

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133 Record(s) Found

KrishnkantDwivedi 1 month 1 week ago

योग की विस्तृत जानकारी!

*योग क्या है?*

योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। योग का उद्देश्य मनुष्य के शरीर, मन और आत्मा को संतुलित और एकत्र करना है।
Naam krishnkant dwivedi
Contact 9340297026
confusedcountry100@gmail.com

bharat Bhushan ray 1 month 1 week ago

योगा से ही होगा।पर किस प्रकार का योग । रोज रोज या कभी कभी, योग आत्मा से परमात्मा को मिलने का एक साधन है। योग हमारे जीवन को सरल एवं सहज बनाता हैं।योग से शरीर स्वास्थ्य एवं मन शांत रहता हैं, जिससे हम अपने कार्यों को सहजता से करते हैं।

AdarshNairA 1 month 1 week ago

Yoga practice is mandatory to maintain good mental health, will power, physical fitness and flexibility of body. It helps us to improve our posture and self confidence.

AdarshNairA 1 month 1 week ago

Yoga is the not a religious ritual, but a better way of meditation to keep our body mentally and physically healthy. Different asanas of Yoga are the outcome of deep scientific study of our religious teachers of Vedic period helps us to enrich out internal powers hidden within all living beings and to prepare it to get the cosmic positive energy from the universe. These are the one of many hundreds of contributions of Indian culture to the whole world. Jai Hind.

Harendra 1 month 1 week ago

Studies have shown that yoga has helped some people manage stress, improve mental health, lose weight or quit smoking. There is also evidence that yoga can be helpful for some medical conditions. Yoga may help reduce pain and menopause symptoms. https://wildvitamin.com

Arvindrajak 1 month 2 weeks ago

शीर्षक: योग - मेरा सबसे सच्चा साथी

तनाव से भरे इस भागदौड़ वाले जीवन में ,योग मेरे लिए एक सच्चा साथी बन गया है,
हर सुबह प्राणायाम और ध्यान मुझे सिर्फ़ शरीर से नहीं, मन से भी सशक्त बनाता है।
पहले छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन होता था, अब अंदर से स्थिरता महसूस होती है।
मैं रोज़ पेड़-पौधों के बीच योग करता हूँ
वहाँ हर सांस सुकून देती है।
योग ने सिखाया कि स्वास्थ्य सिर्फ़ शारीरिक नहीं , मानसिक और आत्मिक शांति के लिए भी जरूरी है।

साँसों में लय, मन में ध्यान — यही है मेरा जीवन का संधान।

Arvindrajak 1 month 2 weeks ago

शीर्षक: "योग — भीतर की रोशनी"

हर सुबह योग से दिन सजाता हूँ,
खुद से मिलने का वक्त बनाता हूँ।
साँसों में बहता सुकून सा जल,
तन-मन को देता मधुर संबल।
वृक्षासन से जड़ें पाई,
ध्यान से चुप्पी में आवाज़ आई।
अब ना भागता, ना थमता हूँ,
योग से ही खुद को समझता हूँ।

Shailendra Singh 1 month 2 weeks ago

"प्रकृति की शरण में कुछ सुकून भरे पल..."

आज के समय में दिन-ब-दिन बढ़ती तकनीक, प्रदूषण, और ऑफिस की तनावपूर्ण ज़िंदगी में योग एक अहम भूमिका निभा रहा है।
लेकिन सिर्फ योग करना ही काफी नहीं है। इसके साथ-साथ हर हफ्ते एक बार ऐसी जगह ज़रूर जाएं,
जहाँ सिर्फ प्रकृति हो, हरियाली हो, पेड़-पौधे हों और चारों ओर शांति फैली हो।

कभी-कभी 2 से 3 घंटे के लिए ऐसे किसी एकांत स्थान पर बैठिए —
जहाँ आप खुद से बातें कर सकें, अपने जीवन पर विचार कर सकें।