You don't have javascript enabled. Please Enabled javascript for better performance.

Essay writing competition to celebrate 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi

Start Date: 19-09-2019
End Date: 21-10-2019

On October 2, 2019, India will be celebrating the 150th birth anniversary of our ‘Father of the Nation’. On this occasion, the State Agency for Public Services (SAPS), is ...

See details
All Comments
Total Submissions ( 69) Approved Submissions (65) Submissions Under Review (4) Submission Closed.
65 Record(s) Found
204110

Dharmendra Bhardwaj 5 years 6 months ago

उनके विचारों में लोकतंत्र के प्रति उनकी निष्ठा उजागर होती है। उनके विचारों को विश्व के सभी देशों ने माना। हमें उनके विचारों और आदर्शो को अपनाना चाहिए जो कि लोकतत्र के आधार है जिस पर लोकतंत्र टिका है और जो इसकी आत्मा है।

204110

Dharmendra Bhardwaj 5 years 6 months ago

भारत को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में जाना जाता है और जिसके आदर्शो और सिद्धांतों पर यह लोकतंत्र खड़ा है वह महात्मा गांधी है। गांधी जी समाज के सभी वर्गो को समान अधिकार के पच्चधर थे वे समतावादी विचारधारा के समर्थक थे गांधी जी के विचारों से ही लोकतंत्र का सार है। वे सभी वर्गो के सामाजिक आर्थिक विकास पर बल देते थे। वे हिंसा के खिलाफ थे तथा स्वार्थ सिद्धि की भी खिलाफत करते थे वे प्रेम को लोकतंत्र का आधार मानते थे जिसके लिए भाईचारे की भावना पर बल देते थे।

300

amit garg 5 years 6 months ago

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के सिद्धांतों से ही देश में लोकतंत्र क़ायम है।उनके द्वारा बताए गए सत्य एवं अहिंसा के सिद्धांत से ही विश्व शान्ति का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।विश्व के कई देशों के टुकड़े हो गए हैं लेकिन गाँधी जी के बताए मार्ग पर चलने के कारण ही हमारा देश आज भी अखंड है।गाँधी जी का कहना था कि अहिंसा और नैतिक शुद्धता में विश्वास न होने के कारण पश्चिम के राज्यों में नाममात्र का लोकतंत्र है।गाँधी जी प्रेम को लोकतंत्र का सच्चा आधार मानते थे।गाँधी जी ने लोकतंत्र की असली शक्ति पर बल दिया।

300

amit garg 5 years 6 months ago

लोकतंत्र औऱ महात्मा गांधी
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने भारत में एक शक्तिशाली और स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आबादी के सभी वर्गो की सहभागिता की आवश्यकता पर जोर दिया था।उन्होंने लिखा है लोकतंत्र का सार वास्तव में विभिन्न वर्गों के लोगों के समस्त शारिरिक, आर्थिक और आध्यात्मिक संसाधनों को सर्व कल्याण के लिए जुटाने की कला और विज्ञान है।
यह आम धारणा है कि विश्व में सर्वप्रथम राजतंत्र का जन्म हुआ है और उसका विकसित रूप लोकतंत्र है।भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी

tips | Keyboard